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शुक्रवार, 6 मई 2011

ओसामा का दफनाया जाना इनको बहुत जरुरी लगता है



आतंकी हमलों में बिछ जाती लाशें इनको न दिखती हैं,
इन हमलों में घायल मासूमों का खून इन्हें न दिखता है/
शायद इनके काले चश्मों के शीशों से यह सब छिप जाता है,
ओसामा का दफनाया जाना इनको बहुत जरुरी लगता है//

माँ की उजड़ी कोखों की कीमत इनको क्या मालूम,
विधवा के कंगन सिंदूरों  की कीमत इनको क्या मालूम/
शायद सत्ता की कुर्सी की मदमस्ती में  सब जायज होता है,
ओसामा का दफनाया जाना इनको बहुत जरुरी लगता है//

पापा की आस लगाते बच्चों के सो जाने से इनको क्या मतलब,
दूज, राखी वाले त्योहारों की खुशियों से भी इनको क्या मतलब/
शियासत  में तो केवल खूनी होली का ही जश्न मनाया जाता है,
ओसामा का दफनाया जाना इनको बहुत जरुरी लगता है//

माँ सीता को हर वाटिका में बैठाने वाले रावण को भी राम ने मारा था,
पांचाली का चीरहरण करने वालों को भी कृष्ण ने कुरुक्षेत्र में हरवाया था/
ये दिग्विजय जैसे नेता तो नित भारत माँ का चीर हरण करते रहते हैं,
फिर भी क्यों हम इनको बार- बार  संसद में चुनकर  भिजवाते रहते हैं //
-------विवेक





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