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शनिवार, 12 मार्च 2011
अंतरास्ट्रीय महिला दिवस पर:
सबला
नारी
मना
रहीं
,
महिला
दिवस
प्रबल/
पर
जो
नारी
शोषित
हैं
,
वो
कब
होय
सबल//
नारी
ममता
की
मूरत
है
,
करुणा
की
प्रतिरूप/
महिला
दिवस
के
युग
मैं
,
वो
शोषण
करै
खूब//
-------'विवेक'
1 टिप्पणी:
Unknown
19 मार्च 2011 को 11:34 am बजे
arey sir ji kanha chupa rkha tha ye talent
ab to scientist ke bajaey Poet kahungs
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arey sir ji kanha chupa rkha tha ye talent
जवाब देंहटाएंab to scientist ke bajaey Poet kahungs