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शनिवार, 12 मार्च 2011

अंतरास्ट्रीय महिला दिवस पर:


सबला नारी मना रहीं, महिला दिवस प्रबल/
पर जो नारी शोषित हैं, वो कब होय सबल//

नारी ममता की मूरत है, करुणा की प्रतिरूप/
महिला दिवस के युग मैं, वो शोषण करै खूब//

-------'विवेक'

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