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शनिवार, 23 जुलाई 2011
आजादी के महानायक चन्द्र शेखर आजाद के जन्म दिवस पर:-
स्वर्गलोक में शेखर के बाजू अब भी फड़क रहे होंगे,
बंदूकों में गोली भरकर खूनी आँसू छलक रहे होंगे,
अंग्रजों से बड़े लुटेरे तो अब भी जनता को लूटें जी-जान से,
शायद अब इन पर बारिश हो गोली और तोपों की आसमान से//
---------'विवेक'
1 टिप्पणी:
नेपथ्य निशांत
29 जुलाई 2011 को 11:08 am बजे
बहुत अच्छी पंक्तियाँ.....आज गाँधी और आजाद दोनों की देश को आवश्यकता है.
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बहुत अच्छी पंक्तियाँ.....आज गाँधी और आजाद दोनों की देश को आवश्यकता है.
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